Digital Marketing Kya hai – डिजिटल मार्केटिंग हिंदी मे

Digital Marketing एक ऐसी कला है जिसके माध्यम से आप अपने Products & Services को Online Market कर सकते हैं और उन्हें दुनिया के किसी भी कोने तक पहुंचा सकते हैं।

सबसे पहले 1990 के दशक में यह Strategy चर्चा में आई थी, लेकिन अब धीरे-धीरे यह लोगों की ज़िंदगी को आसान बना रही है।

इस Online Marketing से कम समय में ही किसी भी बिज़नेस को $0 Revenue से Multi-Million Dollars Revenue तक लेकर जाया जा सकता है।

अगर भारत में इसके कुछ आंकड़ों की बात करें तो 2011 में 15 Billion INR Market Size की इस Industry ने 2021 में 250 Billion INR के Market Cap को पार कर लिया है।

ये लगभग 1730% की Growth है जो दर्शाती है कि वाकई भारत में Digital युग की शुरुआत हो चुकी है।

Digital Marketing के फायदे भी अनेक हैं जिनकी वजह से इस Industry की लगातार Growth हो रही है।

Customers तक आसानी से और जल्दी पहुँचने के अलावा यह Customers की Demands, उनकी ज़रूरतें, उनकी Problems, और उनके Feedback के अनुरूप Customized Products Sell करने में भी मदद करती है।

Digital Marketing के अंतर्गत Products & Services Sell करने के लिए Social Media, Apps, Website, Email Marketing इत्यादि का उपयोग किया जाता है।

लेकिन वो कौन-सी Digital Marketing Tactics हैं जिनके उपयोग से आप अपने Offline Business को Online ले जा सकते हैं और अपने Products Sell कर सकते हैं?

आइये जानते हैं अगले सेक्शन में।

Types of Digital Marketing Tactics / Digital Marketing Components / Digital Marketing Strategies
हर वो Online Marketing Tactics जिसकी सहायता से Online Presence बनाकर Products Sell किये जाते हैं, Digital Marketing Tactic कहलाती है।

वैसे तो ऐसी कई Tactics हैं जिनका उपयोग समय-समय पर किया जाता है, लेकिन उन सभी में कुछ मुख्य Tactics भी हैं, जिनमे से हम 8 Best Digital Marketing Tactics पर नज़र डालेंगे।

Content Marketing
Social Media Marketing (SMM)
Search Engine Marketing (SEM)
Search Engine Optimization (SEO)
Pay Per Click Advertisement (PPC Ads)
Affiliate Marketing
Email Marketing
Apps Marketing
Types of Digital Marketing
Content Marketing
Content Marketing से तात्पर्य होता है विभिन्न Digital Platforms पर Content Creation & Content Promotion करना!

HubSpot के मुताबिक, लगभग 82% Marketers, Content Marketing को Actively Use करते हैं।

इससे आप इसकी लोकप्रियता का अंदाजा लगा सकते हैं।

इस Tactic को Digital Presence Create करने, Brand Awareness Create करने, Traffic बढ़ाने और Leads Generate करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

जैसे-जैसे आप Content Create करना शुरू करते हैं, लोग आपको जाने लगते हैं, आपकी Brand Awareness बढ़ने लगती है और आप अपनी Target Audience को अपने Online Platforms पर Attract करने लगते हैं।

Content Marketing को अंजाम देने के लिए विभिन्न Channels का उपयोग किया जाता है जिन्हें Content Marketing Channels कहा जाता है।

इन Channels के माध्यम से Content Create किया जाता है जिसे Digital Marketing की अन्य Strategies की मदद से Promote किया जाता है।

Blog Posts, Audio & Video Type Content, Newsletters, E-Books, इत्यादि इसके उदाहरण हैं।

इसे भी पढ़ें : Your Ultimate Guide To Creating An Effective Content Marketing Strategy in 9 Steps

Social Media Marketing (SMM)
यह एक ऐसी Strategy होती है जिसकी मदद से Social Media Platforms पर Brand को और अपने Content को Promote किया जाता है।

Social Media Marketing का Sole Purpose अपने Target Audience तक पहुंचना होता है।

एक बार Audience जब Social Platforms पर आने लगती है तो उन्हें कोई Quality Product या Service Sell की जाती है और पैसा कमाया जाता है।

Social Media Marketing Strategy के अंतर्गत Paid Strategies का इस्तेमाल किया जाता है और Social Platforms जैसे कि Facebook, Instagram, LinkedIn, Twitter, Snapchat इत्यादि पर Viral Campaigns Run किए जाते हैं।

Social Media Marketing के बारे में विस्तार से जानने के लिए यहां Click करें।

यदि आप एक Effective & Powerful Social Media Marketing Strategy बनाकर अपना Business Grow करना चाहते हैं तो पढ़ें हमारा Blog – 9 Steps To Create Result Oriented Social Media Marketing Strategy For 2024

Search Engine Marketing (SEM)
यह Strategy, Search Engine Optimization के विपरीत एक Paid Strategy होती है।

इसके अंतर्गत Search Engines, जैसे Google & Bing पर Ads Run किये जाते हैं।

इन Ads को Run करने के पीछे मकसद होता है ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को अपने Online Platform तक लेकर आना।

इन Ads को Run करने के लिए Suitable Keywords को Target किया जाता है।

या इसे यूँ भी कह सकते हैं कि कुछ Specific Keywords के लिए ही Search Engines पर Ads Run किये जाते हैं।

जब भी कोई व्यक्ति उन Keywords के रूप में अपनी Queries को सर्च इंजन पर पूछता है, तो उसके सामने आपकी Website आ जाती है और इस तरह आपको Traffic मिलता रहता है।

Search Engine Marketing के बारे में विस्तार से जानने के लिए यहां Click करें।

Search Engine Optimization (SEO)
SEO एक ऐसी तकनीक होती है जिसके तहत Organically या बिना पैसा खर्च किये Website को Search Engine पर रैंक कराया जाता है।

इसी तरह से YouTube SEO भी होता है जिसके अंतर्गत YouTube Videos को YouTube पर रैंक कराया जाता है।

SEO में Right Keyword Selection सबसे अहम Factor होता है और Website को रैंक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

यदि इसके विभिन्न प्रकार की बात करें तो SEO को चार भागों में बांटा जाता है – On-Page SEO, Off-Page SEO, Technical SEO, and Local SEO.

On-Page SEO के अंतर्गत Web Pages को Google Algorithms के हिसाब से Optimize किया जाता है।

Off-Page SEO के अंतर्गत आपके द्वारा की जाने वाली Activities सीधा आपकी Website से सम्बन्धित नहीं होती, लेकिन फिर भी Ranking के लिए उत्तरदायी होती है, जैसे Backlinks & Directory Submission!

Technical SEO में आपको अपनी Website को कुछ इस तरह से Optimize करना होता है जिससे वो आसानी से Index हैं सके और Search Engine Crawlers उसे Crawl कर सकें।

Local SEO में अपनी Website को Local Business के लिए Optimize करना होता है जिससे कि आपके Local Area की Audience आपके Business Website पर आ सके और आपके साथ Transact कर सके।

SEO क्या है, SEO क्यों ज़रूरी है, कैसे काम करता है, इत्यादि के बारे में विस्तार से जानने के लिए इस Blog को अंत तक पढ़ें।

SEO & SEM के बीच के फर्क को जाने के लिए पढ़ें हमारा Blog – SEO Vs SEM In Hindi

Pay Per Click Advertising
PPC Advertising, Traffic Generation का एक ऐसा Method होता है जहां आप Publisher को पैसे देते हैं जब भी आपके Ad पर कोई व्यक्ति क्लिक करता है।

PPC Ad Campaign को Target Audience को Attract करने और आपकी Website पर भेजने के लिए Run किया जाता है।

सबसे Commonly Use होने वाले PPC Ad Campaign में शामिल है Google Ad!

लगभग 80% Companies अपने Ad Campaign के लिए Google Ads का Use करती हैं।

इसके अलावा, आप Facebook Ads, Insta Ads, Twitter Ads, इत्यादि को भी Lead Generation के लिए Use कर सकते हैं।

Affiliate Marketing
यह एक ऐसा Method है जहां आप अपना कोई Products या Service Create किये बिना ही पैसा कमाते हैं।

इसके तहत आपको किसी Merchant या Affiliate Program के साथ जुड़ना होता है और अपने Niche से सम्बन्धित Products को लोगोंं को Promote करना होता है।

Promote करने के लिए आपको उन Merchants द्वारा Affiliate Links Provide किए जाते हैं, जिन्हें आप अपने Affiliate Sources पर लगाते हैं।

जब कोई भी व्यक्ति उन Affiliate Links पर क्लिक करता है और आपके Affiliate Products खरीदता है तो आपको कमीशन के रूप में पैसा मिलता है।

Affiliate Marketing Industry धीरे-धीरे काफी पॉपुलर हो रही है और 2024 के अंत तक इसके $12 Billion तक पहुँचने का अनुमान है।

Affiliate Marketing क्या है, इसकी शुरुआत कैसे करें, इसके Benefits क्या हैं, इत्यादि के बारे में जानने के लिए हमारी इस Detailed Guide को ज़रूर पढ़ें।

लेकिन, क्या Affiliate Marketer बनना आपके लिए फायदे का सौदा है? जानिए इस Blog में।

Email Marketing
Email Marketing एक Communication Channel की तरह होता है जो दो व्यक्तियों के बीच में Communicate करने की सुविधा प्रदान करता है।

इस Technique के माध्यम से Content Promotion, Discount Offering, Webinar Scheduling, Event Planning, Cold Pitching जैसे कार्यों को अंजाम दिया जाता है।

यदि इसके कुछ आंकड़ों की बात करें तो एक सर्वे में यह पाया गया है कि Email Marketing का Return On Investment (ROI) लगभग 4400% है।

ऐसे में किसी भी Business द्वारा इस Strategy को अपने Business Growth Module में शामिल करना ज़रूरी हैं जाता है।

किसी Digital Marketer द्वारा अपने Products or Services को Sell करने के लिए Email Marketing Campaigns Run किये जाते हैं और Traffic को Relevant Website या Platform पर भेजा जाता है।

Apps Marketing
Mobile Applications बनाकर लोगों तक Content, Products और Services पहुँचाने की तकनीक को App Marketing कहा जाता है।

आजकल, क्योंकि इंटरनेट की घर-घर तक पहुँच से Smartphone Use करने वालों की संख्या बढ़ी है, App Marketing द्वारा अपने Products को Advertise करना और बेचना आसान हैं गया है।

हमने इतनी सारी Digital Marketing Tactics की बात की, लेकिन शायद आप सोच रहे होंगे कि आखिर हमें इनकी ज़रूरत ही क्यों है?

ऐसा क्या है Digital Marketing में जो Traditional Marketing द्वारा नहीं किया जा सकता?

इसी तरह के सवालों को जवाब जानने के लिए हमें इसकी ख़ूबियों की चर्चा करनी पड़ेगी।

Importance of Digital Marketing – Digital Marketing Benefits
डिजिटल मार्केटिंग के लाभ
Digital Marketing एक ऐसी Industry बनकर उभर रही है जो लाखों लोगोंं को अपनी ओर आकर्षित कर रही है और उन्हें रोजगार का अवसर प्रदान कर रही है।

Business करने वाले लोग भी इसे अपने Business में Implement करके अपनी Sales को बढ़ा रहे हैं।

इसलिए हमें इससे होने वाले फायदों के बारे में चर्चा करनी ज़रूरी है।

तो आइये Digital Marketing Benefits पर कुछ नज़र डालते हैं और समझते हैं कि क्यों ये एक लोकप्रिय Industry बनती जा रही है।

Increase Online Presence
किसी भी Product को Online Sell करने के लिए सबसे पहले आपको अपनी Online Presence बनाने की ज़रूरत होती है।

इसमें Digital Marketing आपकी मदद करता है जिसके विभिन्न Tactics की मदद से आप Website, YouTube, and Social Media Channels पर अपनी Presence बनाते हो।

Ability To Reach & Target the Right People
Digital Marketing के सबसे बड़े फायदों में से एक फायदा ये है कि इसकी मदद से आप एक देश में रहते हए भी किसी अन्य देश में बैठे व्यक्ति को अपना Product Sell कर सकते हो।

सिर्फ इतना ही नहीं, ये सुविधा देता है कि आप अपने Niche के According अपने Selected Products बेचने के लिए Target Audience को चुन सकते हो।

ऐसे में आपके लिए केवल कुछ ही Specific Group of People को अपनी Services या Products Sell करने होते हैं।

Ability To Interact & Communicate With Prospects
जैसा कि हमने ऊपर बताया कि Digital Marketing आपकी Reach पर कोई रोक नहीं लगाती; आप अपने Prospects से लगातार Communicate & Interact करते रहते हो।

Content Marketing, Email Marketing, Social Media, Videos के माध्यम से आप अपने Prospects को लगातार Value Provide करते रहते हो।

इससे आपकी Audience का आप पर Trust बनता है जो आपके Business Transaction में काफी मदद करता है।

You Get to Know The User Navigation
Digital Marketing की मदद से आप अपने Online Sources पर Visit करने वाले Visitors या Users की गतिविधियों को Track कर सकते हैं।

इससे आपको पता चल जाता है कि User बार-बार कहाँ क्लिक कर रहा है, वो Exactly किस चीज़ की ख़ोज कर रहा है, और आप किस तरह उसे वह चीज़ Provide कर सकते हैं।

इस तरह आप अपने Users को Navigate करके अपने Content & Strategies को उस हिसाब से Adjust & Modify कर सकते हैं और उन्हें अपने Customer में कन्वर्ट कर सकते हैं।

Cost-Effective
यदि आपके पास Low बजट है तो आपको घबराने की ज़रूरत बिलकुल नहीं है।

Low Budget होने पर भी आप Digital Marketing को अपने Business में Implement कर सकते हैं।

शुरुआत में आप कम खर्चे पर भी काम चला सकते हैं और Ad Campaigns & Lead Generation के लिए कम पैसा लगा सकते हो।

इसलिए ये Startups & New Businesses के लिए Brand Awareness Create करने का एक बेहतरीन Option होता है।

Can be Done From Anywhere in the World
अगर आपके पास Office Space नहीं भी है तब भी आप Digital Marketing को किसी भी Location से Implement कर सकते हो।

आपको चाहिए तो बस एक Computer और एक बेहतर Internet Connection!

इसमें शामिल Content Marketing, Content Planning, Content Creation, Content Promotion, Email Marketing जैसी Techniques को बड़ी ही आसानी से दुनिया के किसी भी कोने में बैठकर Implement किया जा सकता है।

Strategy Can be Measured, Tracked, and Tweaked
कई बार आपकी सोची हुई Strategies या Plans काम नहीं करते और आप एक जगह पर आकर फंस जाते हो।

ऐसे में आप अपनी Digital Strategies को Track & Monitor कर सकते हैं और देख सकते हैं कि आपके लिए क्या Work कर रहा है और क्या नहीं।

इसके आधार पर आप उन Strategies & Plans को Tweak कर सकते हैं और सही राह चुन कर अपने Business को Profitable बना सकते हो।

Difference Between Digital Marketing Vs Traditional Marketing
Digital Marketing Traditional Marketing
Digital Marketing एक ऐसा प्रोसेस होता है जिसके माध्यम से एक Seller अपने Customers तक पहुँचने के लिए Online Ads, Social Media, Website, Apps , Videos इत्यादि का सहारा लेता है।
Traditional Marketing एक ऐसा प्रोसेस होता है जिसके अंतर्गत Products या Services को Promote करने के लिए विभिन्न Offline Methods जैसे कि Print Media, Newspapers, Billboards, Posters, TV, इत्यादि का सहारा लिया जाता है।
Digital Marketing के लिए Proper Internet Connection और Computer की ज़रूरत पड़ती है।
Traditional Marketing का मकसद होता है एक बार में ही Large Number of People तक पहुंचना।
इसके अंतर्गत Two Way Communication होता है जहां Seller & Prospect एक दूसरे से कभी भी Digitally Interact कर सकते हैं।
इसमें केवल One Way Communication ही हो पाता है और Sellers & Prospects के बीच Interaction नहीं हो पाता।
यह Location Constraint Strategy नहीं होती और इसे कहीं भी बैठ कर अंजाम दिया जा सकता है, इसलिए Business की Reachability बढ़ती है।
इसे केवल एक Specific Location में रहकर ही अंजाम दिया जा सकता है जिससे इस Method की Reachability कम हो जाती है।
यहां आपके पास Viral होने के Chances बहुत अधिक होते हैं और इसलिए एक Brand बनने में कम समय लगता है।
यहां आपके पास Viral होने के Chances कम होते हैं जिस वजह से एक Brand बनने में काफी समय लग जाता है।
इसमें Cost Of Investment कम होती है और Return On Investment काफी ज़्यादा होता है।
Traditional Marketing के अंदर काफी महंगी Strategies शामिल होती है और ROI भी उतना अच्छा नहीं होता।
एक बार जब आप Digital Marketing सीख लेते हैं (Learn Digital Marketing in Hindi) तो आप सिखाई गई चीज़ों की प्रैक्टिस के लिए या फिर अपने अपने Business के लिए Digital Ecosystem Create कर सकते हैं।

तो आइये, बात करते हैं कि Digital Ecosystem क्या होता है, ये क्यों ज़रूरी है, और आप कैसे अपने Business के लिए अपना एक Digital Ecosystem Create कर सकते हैं।

What is A Digital Ecosystem – Digital Ecosystem kya hota hai?
Digital Ecosystem उन सभी Digital Processes का एक कलेक्शन होता है जो किसी बिज़नेस को ऑनलाइन ले जाने और उसके Products & Services को लाखों लोगोंं तक पहुंचाने के लिए उत्तरदायी है।

इसके अंदर बहुत सी Online Strategies शामिल होती हैं जिन्हें Digital Ecosystem Components के नाम से भी जाना जाता है।

Generally, इन सभी Strategies को दो भागों में बांटा गया होता है – Organic & Inorganic!

आइये इन Strategies को विस्तार से समझते हैं और देखते हैं कि क्यों Digital Ecosystem आपके Business के लिए ज़रूरी है।

Digital Ecosystem
Components of Digital Ecosystem
Digital Ecosystem Components को दो अलग-अलग Processes के तहत अलग-अलग भागों में बांटा गया है।

ये दो Processes हैं – Organic Process and Inorganic Process!

Organic Process
इसे Free Lead Generation Process भी कहा जाता है।

इसके अंतर्गत आपको अपनी Website पर Traffic Generate करने के लिए पैसा खर्च नहीं करना पड़ता और Ad Campaigns नहीं चलाने पड़ते।

इसके अतिरिक्त, आपको Social Media Platforms जैसे Facebook, Instagram, Twitter, LinkedIn इत्यादि पर Quality Content Post करते हुए Organically अपनी Reach बढ़ानी पड़ती है।

इसके अंतर्गत तीन प्रमुख Strategies शामिल होती हैं – Content Marketing (CM), Search Engine Optimization (SEO), and Social Media Optimization (SMO).

Content Marketing and Search Engine Optimization Strategies को हम इस Blog में Digital Marketing Tactics के अंदर Explain कर चुके हैं।

तो इसलिए, आइये अब Social Media Optimization (SMO) को समझते हैं।

Social Media Optimization (SMO)
Social Media Optimization एक ऐसा Process होता है जिसके तहत विभिन्न Social Media Channels को Optimize किया जाता है और Brand Awareness बढ़ाई जाती है।

इसके अंतर्गत Social Channels पर Right & Valuable Content Post करना, लगातार User Engagement को बढ़ाना, Interaction करना, इत्यादि शामिल होता है।

Social Media Optimization के बारे में अधिक जानने के लिए इस Blog को पढ़ें।

इसे भी पढ़ें : 2024 में SMO Strategies के लिए Ultimate Guide

Inorganic Process
इसे Paid Lead Generation Process भी कहा जाता है।

इस Paid Process के माध्यम से आपको अपने Content, Products, and Services को Promote करने के लिए थोड़ा पैसा खर्च करना पड़ता है और Ads Run करने पड़ते हैं।

इस Strategy की मदद से आप काफी जल्दी अपनी Target Audience तक पहुँच पाते हैं और एक बेहतरीन Landing Page की मदद से उन्हें Customer में Convert कर पाते हो।

Inorganic Process के अंतर्गत दो Strategies शामिल होती हैं – Search Engine Marketing (SEM) and Social Media Marketing (SMM)

इन दोनों ही Strategies को हम इस Blog में ऊपर Digital Marketing Tactics के Section में Explain कर चुके हैं।

Also Read : SMO Vs SMM In Hindi – An Ultimate Comparison Between Social Media Optimization & Marketing

Why Digital Ecosystem is Important
Helps in Business Upgrade
एक Product Based Business में Product Design से लेकर Product Selling तक कई स्टेप्स शामिल होते हैं।

साथ ही एक Product, Manufacturer से Trader, Trader से Wholesaler, Wholesaler से Retailer, and Retailer से Consumer तक पहुँचता है।

इन सभी स्टेप्स को कम करने के लिए Digital Ecosystem Create किया जाता है और B2B & B2C Type Business को अपनाया जाता है।

इससे Product पर लगने वाली Additional Cost कम हो जाती है और Customer को सही दाम पर प्रोडक्ट मिल जाता है।

Make Business Convenient and Easy to Run
इंटरनेट के आने से जब से चीज़ें डिजिटल हुई है, Digital Industry ने काफी Boom किया है और देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ाने में हाथ बंटाया है।

आज से कुछ समय पहले किसी ने नहीं सोचा था कि किसी Business को घर बैठे सिर्फ Computer & Internet की मदद से Operate किया जा सकता है।

लेकिन, आज ये हो रहा है, लोग अपना Digital Ecosystem बना कर अपनी Operating Cost कम कर रहे हैं।

इसकी वजह से अधिक से अधिक लोगोंं से जुड़ने में कम समय लग रहा है और Business को Run करना काफी आसान हो गया है।

अगर आप जानना चाहते हैं कि Digital Ecosystem बनाकर कैसे पैसा कमाया जाये तो पढ़िए हमारा Blog – 2024 में डिजिटल इकोसिस्टम से कमाई के 5 बेहतरीन तरीक़े

Help Establish As A Brand
यदि आपको अपनी एक अलग पहचान बनानी है और अपने Business को एक Brand के रूप में स्थापित करना है तो Digital Ecosystem Creation इसमें आपकी मदद करेगा।

आप Digital Marketing का उपयोग करके लोगोंं तक अपनी बात पहुंचा सकोगे, उन्हें सही राह दिखा सकोगे और Value Provide कर सकोगे जिससे धीरे-धीरे वो लोग खुद ही आपके पास आने लगेंगे।

ऐसे में उनका आप पर Trust बनेगा और वो आपके Content को पसंद करना शुरू कर देंगे।

जैसे-जैसे आपकी लोकप्रियता बढ़ेगी, अधिक लोग आपको जानने लगेंगे और आप एक Brand के रूप में स्थापित होने शुरू हैं जायेंगे।

Helps Fight With Any Global Pandemic
किसी भी तरह का Pandemic or Crisis देश की अर्थव्यवस्था को बहुत बड़ा नुक्सान पहुंचाता है।

लोगोंं की नौकरियां छिन जाती हैं, Businesses ठप हो जाते हैं, और बहुत अधिक Financial Loss होता है।

ऐसे में यदि कोई Business Online है तो उस पर इस तरह के Pandemics का ज़्यादा असर नहीं पड़ता।

Digital Ecosystem Create करने से आप एक Shield बना लेते हैं जो Pandemic से लड़ने में आपकी मदद करती है।

How To Create A Digital Ecosystem
How To Create A Digital Ecosystem
किसी भी स्किल को सीखने का सबसे सही तरीका होता है उसे Practically Apply करते रहना।

Practically Apply करते रहने से आप चीज़ों को जल्दी और अच्छे से समझते हैं और आपके दिमाग में जो भी Doubts होते हैं वो खुद-ब-खुद क्लियर होते जाते हैं।

इसी तरह Digital Marketing को भी सीखने के बाद Practice करना ज़रूरी है तभी आप अपना Digital Ecosystem Create कर पाएंगे।

इसे सीखने और अपना Digital Ecosystem Create करने के लिए आपको निम्न Steps को Follow करना होगा।

    1. Select Your Niche

किसी भी बिज़नेस को शुरू करने के लिए Niche Selection सबसे पहला स्टेप होता है।

आप सभी क्षेत्रों में Perfect नहीं हैं सकते, बल्कि आपकी किसी Specific Field में Expertise ज़रूर हैं सकती है।

इसलिए अपने Passion, Interest, लोगोंं की Problems, Niche Potential इत्यादि को देखते हुए अपने Niche का Selection करें।

    1. Build Your Website

एक बार Niche का चयन करने के बाद Content Create करने के लिए आपको अपनी Website बनानी है।

Website बनाने के लिए आपको Domain & Hosting की ज़रूरत पड़ेगी, जिससे आपके Business को एक नाम मिलेगा।

इसके लिए आप Free Platform (Blogger.com) का उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए आपको Domain & Hosting खरीदने की आवश्यकता नहीं होती।

लेकिन, ध्यान रहे कि Blogger.com को आप अपनी Business Website का Replacement नहीं मान सकते, बल्कि ये सिर्फ आपकी Practice के लिए ही उपयुक्त है।

हालांकि, यदि आप अपनी Website को Long Term तक Run करना चाहते हैं और अपनी Credibility बनाना चाहते हैं तो आपको WordPress का उपयोग करना होगा।

WordPress पर आप Plugins, Customized Themes वगैरह Install करके अपनी Website को बेहतर लुक दे पाएंगे।

    1. Create Profiles on Social Media Platforms

सिर्फ Website बना देने से काम नहीं चलने वाला, बल्कि आपको विभिन्न Social Media Platforms पर अपनी Profile Create करनी होगी।

YouTube, Facebook, Instagram, LinkedIn, Twitter जैसे मुख्य Platforms पर अपनी प्रोफाइल क्रिएट करने के बाद आपको अगले स्टेप पर जाना है।

    1. Optimize Your Social Media Platforms

एक बार Profile Create होने के बाद आपको अपने Social Platforms को Optimize करना होगा।

आपकी Profile Picture, Profile Description, Color Theme, इत्यादि आपके सभी Platforms पर एक सा होना चाहिए।

इसके साथ ही आपको अलग-अलग Social Platforms के हिसाब से देखना है कि किस Platform पर किस तरह का Content अच्छे से Work करता है।

    1. Create & Publish Content

Digital Ecosystem के इस आखिरी स्टेप के तहत आपको Attracting, Engaging, SEO Friendly, and Viral Content Produce करना होगा।

Content Produce करने के लिए आपको अपनी Website, Videos Platforms (YouTube, TikTok), Social Media Platforms (Facebook, Instagram, LinkedIn, Twitter, Quora) पर Content Create होगा और लोगोंं के साथ Share करना होगा।

Content Create करने के लिए आप Canva & Grammarly जैसे Free Tools का उपयोग कर सकते हैं।

यदि आप अपने Content में Quality Provide करेंगे और आपकी Audience को वो पसंद आएगा तो उसका Share Rate बढ़ जायेगा।

इस तरह धीरे-धीरे आपकी Digital Presence बनती जाएगी और अपना एक Digital Ecosystem बना लेंगे।

Digital Ecosystem के अंतर्गत एक बहुत महत्वपूर्ण स्टेप होता है – Website Designing.

ये हर तरह के Business के लिए बेहद ज़रूरी है, चाहे वो Offline Business हैं या Online Business.

इसकी इतनी अधिक Importance को देखते हुए इसके बारे में चर्चा करना ज़रूरी हैं जाता है।

इसलिए, आइये समझते हैं कि Website kya hai, Website की ज़रूरत क्यों है, और Website Create करते वक्त किन बातों को हमें ध्यान रखना चाहिए।

अब बनाइये अपना Digital Ecosystem एकदम फ्री में और जुड़िये मेरे साथ और सीखिए Digital Marketing साधारण और सरल भाषा में (Learn Digital Marketing In Hindi)

Digital Ecosystem, Website Create किये बिना नहीं चलने वाला, इसलिए इसमें Website Building का बहुत अधिक महत्व है।

इसी महत्व को जानने के लिए आइये Website के बारे में विस्तार से चर्चा करते हैं।

Website – A Digital Asset of Any Business
Website किसी भी बिज़नेस का एक Digital Asset होती है। अब चाहे वो बिज़नेस छोटा हैं या बड़ा, Website के बगैर बिज़नेस अधूरा ही रहता है।

यही कारण है कि आज के समय 1.9 Billion से भी अधिक Websites मौजूद है जिनकी संख्या वर्ष 2010 में 210 Million थी।

सभी Online Businesses में Traffic & Leads Generation के लिए बहुत सी Strategies बनाई जाती है।

लेकिन, इन Strategies को Implement करके जब Traffic आता है तो उसे Products & Services से रूबरू कराने के लिए एक Platform की ज़रूरत होती है।

इस Platform की कमी को दूर करने के लिए Website से बेहतर अन्य कोई विकल्प नहीं हैं सकता।

इसी बात को आगे बढ़ाते हुए आइये जानते हैं कि एक Website क्या होती है, इसकी क्या Importance है, और इसे कैसे Design किया जाता है।

Website Development
What is a Website – Website क्या है?
Website किसी बिज़नेस का ऐसा Digital Asset होती है जो उस बिज़नेस की Identity को दर्शाती है।

इससे लोगोंं को पता चलता है कि आखिर कोई कंपनी काम क्या करती है, किस तरह के Products or Services बेचती हैं, उनकी क्या Policies हैं, उनके Customer कौन-कौन हैं, और भी अन्य कई चीज़ें।

अगर Technically बात करें तो, Website कई सारे Web Pages का एक Collection होती है जिसका एक Domain होता है जो किसी Server पर होस्ट होता है।

आप विभिन्न Marketing Strategies की मदद से Visitors को अपनी Website पर लेकर आते हैं और उन्हें अपने Products या Services से अवगत कराते हो।

इसलिए, आपको हमेशा अपनी Website को Responsive, Attractive, and Mobile Friendly बनाना चाहिए, जिससे यदि Visitors उस पर पहुंचे तो कुछ समय भी बिता सके।

Website के बारे में Detail में जानने के लिए पढ़िए हमारा ब्लॉग – क्या सच में वेबसाइट इतनी ज़रूरी है?

Importance of a Website
आज के Digital युग में जब सभी चीज़ें Digital हैं रही हैं और Online Shift हैं रही हैं, तो ऐसे में किसी भी Online या Offline Business के लिए एक Website का होना अत्यंत आवश्यक हैं जाता है।

आइये देखते हैं ऐसा क्या है कि एक Website की Importance इतनी ज़्यादा है और क्या-क्या इसके Benefits (Website Benefits) हैं।

    1. आपकी Professional Picture को दर्शाती है
      Website आपके Professional Version को दर्शाती है जिससे लोगोंं को आपके बारे में पता चलता है।

एक सर्वे के मुताबकि, 75% Consumers ये मानते हैं कि वो एक Company की Credibility को उसकी Website से Judge करते हैं।

इसलिए, आपकी Website जितनी Professional और Responsive होगी, उतनी ही उसकी Credibility बढ़ेगी।

वैसे भी यदि आप Professionally Work करना चाहते हैं तो आपकी एक Business Website होना आवश्यक है।

अपनी Professional Website में आप अपनी Private Life से हटकर अपनी और अपने Business की Professional Details को दर्शाते हैं।

उदाहरण के लिए आप इसमें आपकी Education, Professional Experience, List of Executive Members & Team Members, Clientele, Projects Executed, etc. दिखा सकते हैं।

    1. Search Engine से Traffic Gain करने में मदद करती है
      किसी भी Online Business में Traffic लाने के लिए Search Engine का उपयोग करना बेहद ज़रूरी है।

लगभग सभी Information आजकल Google पर उपलब्ध है, ऐसे में आप भी चाहोगे कि जो भी Information या Products और Services आप Sell कर रहे हैं, उसके बारे में लोगोंं को पता चले।

इसलिए, यदि आप पैसा नहीं खर्च करना चाहते तो Search Engine Optimization सबसे बेहतरीन Method हैं सकता है आपके लिए Traffic Gain करने का।

सही Keywords और SEO के विभिन्न तरीकों का उपयोग करके आप अपनी Website को Google पर Rank करा सकते हैं और Organic Traffic Gain कर सकते हैं।

    1. Products & Services List करने का एक Suitable Platform होती है
      Website आपके Products & Services को लिस्ट करने का एक बेहतरीन माध्यम है।

जब Visitors आपकी वेबसाइट पर आएंगे तो आपके द्वारा Listed Products के माध्यम से वे जान पाएंगे कि Exactly उन्हें क्या मिलने वाला है।

Listing के लिए आप बेहतरीन Pictures, Videos, and Infographics का इस्तेमाल कर सकते हैं।

एक Web Page जिसमे Video को Use किया गया होता है, उस पर Users 88% अधिक समय व्यतीत करते हैं।

इसके माध्यम से आप अपने Products की Detail और अन्य ज़रूरी चीज़ों की जानकारी दे सकते हैं।

    1. Business का ROI बढ़ाने में मदद करती है
      Website Design करने के लिए Domain & Hosting की आवश्यकता होती है। हालाँकि, ये Investment इतनी अधिक नहीं होती, लेकिन आपको एक Powerful Platform Provide करती है।

एक Search Engine Optimized Website आपको लाखों Visitors Free में लाकर दे सकती है जिससे आपका Revenue कई गुना तक बढ़ सकता है।

इसके साथ ही यदि आप Quick Results चाहते हैं तो Ad Campaign के माध्यम से भी अपनी Target Audience तक पहुंच सकते हैं और Transact कर सकते हैं।

इस तरह इसे एक Low Entry Cost and High Return On Investment Platform भी कहा जा सकता है।

    1. आपका Business 24/7/365 Active रहता है
      Website एक ऐसा Marketing Platform होता है जो आपके लिए 24 घंटे, 7 दिन, और पुरे साल काम करती रहती है।

आप बिना कोई Rented Place लिए, और किसी को Hire किये बिना भी अपनी Website के माध्यम से हमेशा Active रह सकते हैं।

बल्कि, आजकल तो Boats का ज़माना चल रहा है, जिसके अंतर्गत नए Visitors के साथ Interact करने के लिए Websites पर Boats को Activate कर दिया जाता है।

ये Bots आपके Products & Services Recommendation से लेकर सही Content को आपके Visitors तक पहुंचाने का कार्य करते हैं।

    1. बिना Product Sell किये Earning कर सकते हैं
      यदि आपके पास अपना कोई Product नहीं है या कोई ऐसी Skill भी नहीं है जिसके आधार पर आप अन्य लोगोंं को अपनी कोई Service दे सके, तो आपको परेशान होने की ज़रूरत नहीं है।

Website के माध्यम से आप Blogging कर सकते हैं, जिसमे आप Google AdSense, Affiliate Marketing, Sponsored Post, इत्यादि से अच्छा ख़ासा पैसा कमा सकते हैं।

Blogging की शुरुआत करने के लिए आपको एक Particular Niche Select करनी होती है और उसके Around Content Create करना पड़ता है।

यदि आप अपने Content में Valuable Information Share करोगे तो लोगोंं को आपका Blog पसंद आएगा और वो अन्य लोगोंं में उसे Share करेंगे।

इससे आपकी Website पर Traffic आने लगेगा और आप Google AdSense का Approval लेकर अपनी Website पर Ad लगा सकेंगे और पैसे कमा सकेंगे।

इसके अलावा आप Affiliate Marketing की मदद से भी Earning कर सकते हैं जिसके अंतर्गत आपको किसी अन्य Merchant या Affiliate Program (जैसे Amazon Associates Affiliate Program) से जुड़कर उनके Products को अपने Blog पर Promote करना होता है।

Website Benefits in Business के बारे में विस्तृत जानकारी के लिए पढ़ें हमारा Blog – 2024 में आपकी Website होना क्यों ज़रूरी है? 10 मुख्य कारण !

How to Make a Website – Website कैसे बनाएं?
How to Make a Website – Website कैसे बनाएं?
अब तक आपको Website क्या है और Website Benefits क्या हैं के बारे में सम्पूर्ण रूप से पता लग गया होगा।

क्या आप जानते हैं कि एक Web Developer एक Basic Website Design करने के Rs. 15,000 से Rs. 20,000 तक चार्ज करता है।

लेकिन, आज के समय में WordPress & Wix जैसे Drag & Drop Tool का इस्तेमाल करके आप Web Developers की मदद लेने से बच सकते हैं।

इसी के सन्दर्भ में हम यहां आपको बताएंगे कि आप कैसे बिना पैसे खर्च किये और बिना Coding के अपनी एक Powerful Website Create कर सकते हैं।

आइये चलते हैं और आपको बताते हैं कि एक Website Design kaise karein?

सबसे पहले आपको अपनी Website का Domain Name सोचना होगा। एक बार Domain Name सोचने के बाद आपको GoDaddy, NameCheap जैसे Domain Registrar पर जाकर अपने Domain की उपलब्धता का पता करना होगा।

यदि Domain Name उपलब्ध होगा तो आपको अपनी सहूलियत के हिसाब से .com, .in, .org, .net इत्यादि Suffix वाले Domain के लिए SignUp करना होगा।

एक बार Domain Purchase कर लेने के पश्चात आपको अपने Domain को Server पर होस्ट करने के लिए Hosting खरीदने की ज़रूरत पड़ेगी।
Hosting के लिए आप Hostinger, Bluehost, Siteground इत्यादि के Plans चेक कर सकते हैं।

इसके बाद, सही Content Management System (CMS) सेलेक्ट करना होगा जहां आप अपनी Website पर नज़र रख सकोगे और ज़रूरी Editing कर सकोगे।

यदि आपने WordPress को अपना CMS चुना है तो आपको अपनी Website को Attractive, Responsive, User Friendly, and Secure बनाने के लिए कुछ Plugins & Themes को Install करना पड़ेगा।

इस तरह आपकी Website बन कर तैयार हैं जाएगी और आप अपना Content Publish करना शुरू कर सकोगे।

*यदि आप Website Design को Step by Step सीखना चाहते हैं तो जुड़िये हमारे Course LokNeeti के साथ।

Common Website Design Mistakes To Avoid
कई नए लोग Website Design करते वक्त कुछ गलतियां करते हैं, जिन्हें अगर शुरुआत में ही रोक लिया जाये तो Business के लिए अच्छा होगा।

अक्सर लोग अपना कोई प्लान नहीं बनाते और अपना USP Define किये बिना और अपने Competitors की रिसर्च किये बिना ही लग जाते हैं Website Build करने में।

ऐसे में उन्हें Future में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

इसलिए, हमेशा आपको अपनी Website Create करने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना ज़रूरी होता है।

आइये देखते हैं कि एक Website Design करते वक्त लोग किस तरह की Mistakes करते हैं।

    1. User Friendly Design or Layout का न होना
      अधिक से अधिक लोगोंं को अपनी Website पर Attract करने के लिए Website Design & Layout बहुत मायने रखता है।

यदि कोई Visitor आपकी वेबसाइट पर आता है और सही Design & Pathway न होने से बीच में ही कहीं अटक जाता है तो इससे आपको ही नुकसान हैं सकता है।

आपकी Website का Bounce Rate बढ़ता है और आपकी Website की Ranking पर इसका असर पड़ता है।

Smallbizgenius तो यह कहता है कि 88% Users ऐसे होते हैं जो एक बार Bad Experience होने के बाद आपकी Website को दोबारा Visit नहीं करते।

इसके अलावा आप एक बात ज़रूर ध्यान रखिये कि आज के समय लोगों के पास बहुत सारे Options हैं।

इसलिए, यदि आपकी Website पर उन्हें वो चीज़ें अच्छी नहीं लगेंगी या Elements पसंद नहीं आएंगे तो Users किसी अन्य की Website पर Land कर लेगा और इससे आपका नुक्सान होगा।

    1. Mobile Friendliness के बारे में न सोचना
      आजकल बहुत बड़ी तादाद में Mobile Users हैं गए हैं और Online Searches भी कंप्यूटर की बजाय Smartphone से ज़्यादा हैं रहें हैं।

Statista के मुताबिक, वर्ष 2021 में Mobile Users की संख्या 6 Billion को पार कर चुकी है और 2027 तक 7.5 Billion तक पहुँचने का अनुमान है।

ऐसे में Website को Mobile Friendly बनाना बहुत ज़रूरी हैं जाता है।

Bluecorona के मुताबिक, 71% Marketers का मानना है कि Mobile Marketing उनके Business का Core Part है।

इसलिए, Mobile Friendliness के बारे में सोचना अत्यंत महत्वपूर्ण हैं जाता है।

Website को Mobile Friendly बनाने के लिए आपको Mobile Responsive Themes, Templates, इत्यादि का इस्तेमाल करना पड़ता है और खुद चीज़ों को Experience करके देखना होता है।

    1. Website Load Time अधिक होना
      जब हम किसी Website पर Visit करते हैं और Link पर क्लिक करते हैं तो हम चाहते हैं कि जिस भी Information के लिए हम यहां आये हैं वो Information जल्दी से हमे मिल सके और हम उसे पढ़ सकें।

लेकिन, क्या हैं यदि वो Information वाला WebPage खुलने में काफी समय ले?

ज़ाहिर सी बात है, इससे आपका Experience खराब होगा।

कई बार लोग Website Creation के वक्त Load Time पर अधिक ध्यान नहीं देते।

वो बेवजह ही Heavy Images, Heavy Graphics, Heavy Theme, और बहुत सारे Plugins अपनी वेबसाइट पर Use करते हैं।

ये सभी चीज़ें Website का Loading या Opening Time बढ़ाती है।

देश-विदेश में Famous Digital Entrepreneur Neil Patel के अनुसार, एक Website का Load Time 3 सेकंड से अधिक नहीं होना चाहिए।

क्योंकि आजकल लोग हर चीज़ जल्दी पाना चाहते हैं, ऐसे में वो इस तरह की Websites पर दोबारा कभी Visit नहीं करते।

    1. Website की Security को नज़रअंदाज करना
      आज के समय में जितनी आपकी Privacy ज़रूरी है उतनी ही ज़रूरी है आपकी Website की Security!

यदि आप अभी तक http Protocol का ही उपयोग कर रहे हैं तो आप अपनी वेबसाइट पर Spammers & Attackers को बुलावा दे रहे हैं।

आपको अपनी Website को Secure करने के लिए https Protocol का उपयोग करना होगा जिसके लिए आपको SSL Certificate की ज़रूरत पड़ेगी।

SSL Certificate के लिए आपको अपने Hosting Provider से संपर्क करना पड़ेगा।

    1. Call To Action का न होना
      यदि आपकी Website पर अच्छा Traffic आ रहा है लेकिन उसके बावज़ूद आपका Objective पूरा नहीं हैं रहा, तो ये इशारा है कि आपकी Website या Landing Page पर सही Call To Action की गड़बड़ है।

आपका Objective कुछ भी हैं सकता है जैसे – Product Sell करना, Service Sell करना, Course या Program के लिए SignUp, etc.

Call To Action सही न होने से आपका Customer Conversion Rate भी बहुत कम हैं जाता है।

हालांकि, इसे सही करने के लिए आपके दिमाग में पहले ये क्लियर होना चाहिए कि आप अपने Visitors से क्या कराना चाहते हैं।

उसके हिसाब से आपको Planning करनी होगी, अपने कंटेंट को Modify करना होगा, और Landing Page को Redesign करना होगा।

    1. Search Engine and Users के लिए Optimized न होना
      एक Well Optimized Website को Lead Generation से लेकर lead Conversion तक के लिए Use किया जाता है।

लेकिन, लोग इस चीज़ को ध्यान में नहीं रखते और जैसे उन्हें पसंद आता है वैसे वो अपनी Website को Design & Modify करते हैं।

Site को Optimize करने के लिए आपको Users के साथ-साथ Search Engine की Algorithms या Terms & Conditions को भी follow करना होता है।

आपको अपने Content, Images, Videos, Website Pages, Design, इत्यादि को Optimize करना होता है, जिससे वो User Friendly भी बन जाये और Search Engine के हिसाब से भी Powerful बन जाये।

यदि आप अभी भी Confused हैं और Website Design सीखना चाहते हैं तो जुड़िये मेरे साथ मेरे LokNeeti Classes में (Learn Digital Marketing In Hindi), जहां मैं Website Design, Video Creation Strategy, Copywriting इत्यादि सिखाता हूँ।

लेकिन, एक Website को Search Engine के हिसाब से कैसे Optimize करें?

इसका जवाब जानने के लिए आइये देखते हैं कि Search Engine Optimization क्या होता है, SEO कैसे काम करता है, और SEO Benefits क्या-क्या हैं।

Organic Ways To Boost Traffic and Make Money
क्या आप जानते हैं कि एक Website पर Traffic लाने की दो मुख्य Strategies होती हैं – Organic and Inorganic

Organic Strategies में ऐसे तरीके शामिल होते हैं जो Free होते हैं और जिन से Results आने में थोड़ा समय लगता है। उदाहरण – Search Engine Optimization (SEO) and Social Media Optimization (SMO)

वहीं दूसरी तरफ, Inorganic Strategies में ऐसे तरीके शामिल है जहां आपको Quick Results के लिए कुछ पैसे खर्च करने पड़ते हैं। उदाहरण – Search Engine Marketing (SEM) and Social Media Marketing (SMM)

तो आइये सबसे पहले Organic Processes की बात करते हैं जिसके अंदर सबसे पहले नाम SEO का आता है।

What is Search Engine Optimization – SEO In Hindi
SEO in Hindi
क्या आप जानते हैं कि Google पर हर सेकंड एक लाख से भी ज़्यादा Searches होती है?

हर वो व्यक्ति जिसे अपने सवालों का जवाब चाहिए होता है, कुछ ढूंढना होता है या खरीदना होता है, Google का रुख करता है और First Page पर Ranked Websites को Visit करता है।

लेकिन, यह कैसे Decide होता है कि कौन-सी Website First Page पर रैंक करेगी और कौन-सी नहीं?

इसे समझने के लिए हमें Search Engine Optimization (SEO) को समझना होगा।

SEO एक ऐसी Technique होती है जो आपकी Website को Google पर रैंक कराने से सम्बन्धित है।

जब भी आप अपनी किसी Query को Google पर सर्च करते हैं और जो Results या Websites आपको Google के पहले Page पर दिखती हैं, वो सभी SEO की वजह से रैंक हुई होती हैं।

जितना ऊपर आप रैंक करेंगे, उतना ही आपको Organic Traffic मिलेगा और आपकी Website की Authority बनेगी।

Advanced Web Ranking के मुताबिक, लगभग 67% Clicks, Search Engine पर Ranked पहले पांच Results पर आते हैं।

इसलिए कहा जाता है कि Website को Search Engine के हिसाब से Optimize करना बेहद ज़रूरी है।

SEO Technique में एक शब्द के बहुत मायने है जो है – “Keyword”

Keywords ऐसे शब्द होते हैं जो User द्वारा Google पर अपनी Query पूछते वक्त इस्तेमाल किये जाते हैं।

जैसे – Best Smartphones Under 10,000, Best Sport Shoes, Gajar Halwa Recipe, Best Motivational Book, etc.

इन्हीं Keywords को आपको अपनी Website के Content में सही से और Strategically Use करना होता है।

Keywords के अलावा भी SEO के अनेकों Components होते हैं जो Website की रैंक के लिए जिम्मेदार होते हैं।

इनमे मुख्य रूप से शामिल हैं, Backlinks, Guest Posting, Image Optimization, Alt Tags, Meta Description, Internal Links, etc.

इन सभी Factors को Detail में समझाने के लिए हम आपके लिए एक Powerful SEO Guide लेकर आने वाले हैं। इसलिए, बने रहिएगा हमारे साथ।

तो हमने आपको बताया SEO Meaning In Hindi. आइये अब देखते हैं कि Search Engine Optimization कैसे काम करता है (How Does SEO Work).

How Does SEO Work?
Search Engines जैसे कि Google & Bing के अपने कुछ Crawlers होते हैं जिन्हें Bots भी कहा जाता है।

जब भी आप अपनी Website पर कुछ Content Post करते हैं तो ये Crawlers आपके उस Content को Crawl या Read करते हैं और Information को समझने की कोशिश करते हैं।

ये Crawlers आपके Web Page पर लिखे Content, Images, Links इत्यादि से पता लगाते हैं कि आखिर यह Content किस बारे में है। ये पता करने के बाद Google उस Web Page को Index कर देता है।

Indexing से तात्पर्य होता है Information को Database में स्टोर करके रखना।

Indexing को आप एक बहुत बड़ी Library समझ सकते हैं जहां लाखो-करोड़ों किताबें रखी हुई होती हैं और किताबों के रूप में Google (एक Librarian) Data Store करके रखता है।

अब जब कभी कोई User Google पर अपनी Query पूछता है या कुछ सर्च करता है तो Google अपनी Algorithm या Set of Rules के हिसाब से User के सामने कुछ Results पेश करता है।

इसे आप इस तरह से समझ सकते हैं कि User की Query का जवाब देने के लिए Librarian अपनी Library में रखी लाखों-करोड़ों किताबों में से सही किताब User को निकाल कर देता है।

ये Results लाखों-करोड़ों की संख्या में होते हैं और Web Pages, Images, Videos, Local Listed Business के रूप में आपके सामने आते हैं।

लेकिन Google ये कैसे पता करता है कि लाखों और करोड़ों Websites में से किन Websites को First Page पर, किन्हें दूसरे, तीसरे, चौथे इत्यादि Pages पर रैंक करना है?

सही & Relevant Website का पता लगाने और उसे रैंक करने के लिए Google अपनी Algorithm का सहारा लेता है जिसमे 200 से भी अधिक Ranking Factors होते हैं।

लेकिन, इनमे से केवल कुछ ही Factors Major होते हैं जिनका प्रभाव सबसे अधिक होता है।

इनमे शामिल है – Links, Content Relevancy, HTML Structure, Site Architecture, etc.

Links: अपने एक Web Page को अपने ही किसी दूसरे Web Page या Content से लिंक करना, अपने Content को किस अन्य High Authority वाली Website के साथ लिंक करना, या किस अन्य Website द्वारा आपकी Website को लिंक करना, सभी बहुत मायने रखते हैं।

इससे Google को ये पता चलता है कि जिन भी Web Pages या Websites के साथ आप लिंक कर रहे हो, वो सभी आपके द्वारा दी गई Information से किसी न किसी तरह सम्बंधित है और इससे User को जो कुछ भी जानकारी चाहिए वो मिल पा रही है।

Content Relevancy: Google देखता है कि आपका Content, User Query से कितना Relevant है।

इसके लिए Keywords, Content Quality, Content Freshness, Intent इत्यादि को देखा जाता है।

HTML Structure: सभी Web Pages को HTML Code में लिखा जाता है जो Computer Programming की एक भाषा होती है और Google जैसे Search Engine को समझ आती है।

लेकिन, इसका मतलब ये बिलकुल नहीं है कि आपको भी Coding सीखने की ज़रूरत है।

WordPress जैसे Content Management System में यह Codes पहले से ही आपको मिल जाते हैं।

आपको बस अपने Web Page के Title Tag, Meta Description, Subheadings, Schema, Alt Text को अपने Content के हिसाब से Optimize करना होता है।

Site Architecture: एक अच्छा Site Structure आपकी Website को User Friendly बनाता है जो SEO के लिए बेहद ज़रूरी है।

इसके अंदर Site Speed, Loading Time, Mobile Responsive, इत्यादि Factors को Improve किया जाता है।

Importance of SEO
SEO Working समझ लेने के बाद आइये जानते हैं कि SEO Importance क्या है और क्यों एक Website के लिए यह ज़रूरी है।

    1. आपके Business की Online Visibility बढ़ाती है
      Business को Online ले जाने का मतलब ही ये होता है कि आपको अपने Products & Services को लाखों-करोड़ों लोगोंं को दिखाना है।

जब आपकी Website के माध्यम से लोग आपके Business को देखेंगे, तभी वो आपको जान पाएंगे।

इसलिए, Website एक ऐसा Online Platform होता है जो आपकी Visibility को कई गुना तक बढ़ा देती है।

बल्कि, Ironpaper की एक Study में तो ये पाया गया है कि Social Media से 93% Online खरीदारी करने वालो का Decision Influence होता है।

    1. Free Traffic Website पर आता है
      SEO की मदद से Website को रैंक करने के बाद आपके पास Free Traffic आने लगता है और Visitors आपकी Website पर Posted Content, Products, and Services में रुचि दिखाने लगते हैं।

इससे लोग आपको जानने लगते हैं और बार-बार आपकी Website पर Visit करने लगते हैं, जो आपकी Domain Authority को बढ़ाने में कारगर है।

ऐसे में आप अपनी Website को AdSense and Affiliate Marketing जैसी Services से Monetize करके अच्छे पैसे कमा सकते हैं।

Read Also : 11 Best Affiliate Marketing Programs To Join In 2024

    1. आपकी Brand Authority & Reputation बनती है
      यदि आपकी वेबसाइट पर अच्छा Traffic है और लोग बार-बार उसे सर्च कर रहे हैं तो ये Indicate करता है कि आपका Content अच्छी Quality का है और Audience की Problems को हल कर रहा है।

इससे Google की नज़रों में आपकी Website की Authority & Reputation बनती है और Goggle हर बार आप की ही Website को रैंक करता है।

    1. आपका Leads & Conversion Rate बढ़ता है
      एक Website का Google के First Page पर रैंक होने का मतलब है वेबसाइट पर अधिक Traffic आना, जो Ultimately आपके Prospect to Conversion Rate को बढ़ाएगा।

आप एक Powerful Call To Action लगाकर अपनी Audience को अपने Objective (उद्देश्य) की तरफ Divert कर सकते हैं।

    1. आपके Marketing Ecosystem का एक अहम हिस्सा है
      SEO आपके Marketing Ecosystem का एक अहम हिस्सा होता है जो आपकी Website के अलावा आपके अन्य Platforms को भी जोड़ता है।

आप अपनी Website पर अपने Social Media Channels जैसे Facebook, Instagram, Twitter, LinkedIn, YouTube इत्यादि को Promote करते हो।

ऐसे में यदि आपने सही से SEO नहीं किया होगा तो आपकी Website रैंक नहीं करेगी और आपकी Audience आपके Social Channels तक नहीं पहुंच सकेगी।

Techniques Or Strategies Used in Search Engine Optimization (SEO)
SEO क्या है
Search Engine Optimization के अंतर्गत कई Strategies शामिल होती हैं जो Website Ranking को प्रभावित करती है।

लेकिन, आज हम केवल कुछ चुनिंदा और महत्वपूर्ण Strategies की ही बात करेंगे।

    1. Keyword Research
      Keyword Research SEO की कुछ प्रमुख Techniques में से एक है।

Hubspot के मुताबिक, 71% Marketers मानते हैं कि सही Keywords का चयन करना SEO की सबसे ज़रूरी प्राथमिकताओं में से एक है।

इसके अंतर्गत आप ये देखते हैं कि Users अपनी Query पूछते वक्त किन-किन Keywords को इस्तेमाल करते हैं।

इसके साथ आपको अपने Competitors की Research भी करनी होती है और देखना होता है कि उनकी वेबसाइट कौन-कौन से Keywords पर रैंक हैं रही है।

इसके लिए आप Keywords Research Tools जैसे Google Keyword Planner, Ubersuggest, Ahrefs, SemRush, Answer the Public, Google Trends, इत्यादि का सहारा ले सकते हैं।

    1. Content Planning and Content Creation
      SEO Strategy को Implement करने से पहले आपको अपना Content Plan करना पड़ता है और Content Creation Strategies बनानी पड़ती है।

अधिकतर समय, Lead Generate & Convert करने के लिए Textual, Video Form, and Infographic Type Content काफी Use होता है।

इसलिए सोच समझ कर आपको अपने विभिन्न Web Pages का Content Plan करना पड़ेगा और Search Engine के हिसाब से उसे Optimize करना पड़ेगा।

    1. On-Page, Off-Page, and Technical SEO
      ये तीनो SEO Techniques आपकी Website Ranking को सबसे ज़्यादा प्रभावित करती है।

On-Page SEO के तहत आप आप अपने Web Page के Internal factors को Optimize हो, जैसे Keyword Placement, Alt Text, Meta Tag Description, etc.

Off-Page SEO के अंतर्गत आप अपनी Website के External Factors को Optimize करते हो, जैसे Backlinks, Directories, Guest Posting, etc.

Technical SEO के अंतर्गत आप अपनी Website के Server को Optimize करते हैं जिससे Search Engine Crawlers आपकी Website को Effectively Crawl & Index कर सकें।

    1. Site Architecture
      इस Technique की सहायता से आप अपनी Site के Structure को अच्छा बनाते हैं और कुछ Factors जैसे कि XML Sitemaps, Anchor Texts, Loading Time, Responsiveness इत्यादि को ध्यान में रखते हुए उसे Optimize करते हो।

    1. Semantic Markup
      Semantic Markup एक ऐसी SEO Technique होती है जिसके अंतर्गत ये पता किया जाता है कि किसी Web Page पर Posted Content किस बारे में है, किस चीज़ के बारे में बता रहा है, उस Content का Author कौन है, उसका Intent क्या है, इत्यादि।

Semantic Markup के इस्तेमाल से आपके Content का एक Rich Snippet बनने की संभावना बढ़ जाती है।

Rich Snippet एक Group of Texts होता है जो Google के First Page के First Result द्वारा Show किया जाता है।

जब आपकी Website First Page की First Position पर रैंक करेगी तो Rich Snippet बनेगा और Website पर Click Through Rate (CTR) बढ़ जायेगा, जो Ultimately Website पर और अधिक Traffic लाने में मदद करेगा।

तो इस तरह Search Engine Optimization कार्य करता है और एक Unknown Business को लोगोंं की नज़रों में लाने में मदद करता है।

मैं आशा करता हूँ कि आपको यह पसंद आया होगा और ज़रूर कुछ नई चीज़ों के बारे में पता लगा होगा।

जिस तरह किसी भी नई Skill को प्रैक्टिस द्वारा अच्छे से सीखा जा सकता है, उसी तरह SEO को भी Practically Implement करना बहुत ज़रूरी है।

लेकिन, इसे Practically Implement कैसे करें?

इसे सीखने के लिए जुड़िये मेरे साथ और Learn Digital Marketing In Hindi

आइये अब अपना रुख Social Media Platforms की तरफ मोड़ते हैं और Social Media Optimization की बात करते हैं।

वैसे तो हम पहले ही ऊपर ज़िक्र कर चुके हैं कि SMO, Brand Awareness Create करने और Traffic Generation का एक Organic या Free Process होता है, लेकिन इसे अच्छे से समझना बेहद ज़रूरी है।

What is Social Media Optimization – Social Media Optimization In Hindi
Social Media Optimization एक ऐसी Technique होती है जिसकी मदद से किसी बिज़नेस की Digital Presence Create करने और Brand Awareness को बढ़ाने के लिए विभिन्न Social Media Platforms को Optimize किया जाता है।

इसके तहत Social Accounts को Optimize किया जाता है, Content Marketing की जाती है, Audience के साथ Engagement बढ़ाई जाती है, और Content को Regularly Post & Share किया जाता है।

GlobalWebIndex के अनुसार, 54% Social Browsers अपने ज़रूरत के Products की Research करने के लिए Social Media का Use करते हैं।

ऐसे में अपने Social Media Platforms को Optimize करना ज़रूरी हो जाता है।

SMO को अपनाने के भिन्न-भिन्न मकसद होते हैं:

Search Result में दिखना, अपने Followers की Feed में दिखना, विभिन्न Posts पर Engagement आना, अपनी एक Unique Identity बनाना, Brand Awareness Create करना, इत्यादि।

लेकिन, SMO Strategy को अपनाने के क्या फायदे हैं? (SMO Benefits)

आइये समझते हैं अपने अगले Section में।

what is smo
Importance of Social Media Optimization
SMO को हिंदी में (SMO In Hindi) समझने के बाद ये समझना भी ज़रूरी है कि आखिर Social Media Optimization की Importance क्या है।

क्या इसके बिना काम नहीं चलने वाला?

क्यों हमें अलग-अलग Social Media Platforms पर अपनी Profile Create करने की ज़रूरत होती है?

आइये इन सभी सवालों के जवाब जानने का प्रयास करते हैं!

    1. आपकी Brand Awareness Create होती है
      Brand Awareness Create करने के लिए सबसे ज़रूरी है लोगोंं को अपने बारे में बताना।

SMO के तहत जब आप Content Marketing Strategy का उपयोग करते हैं तो विभिन्न तरह के Content के माध्यम से आप अपनी Brand का प्रचार-प्रसार करते हैं।

आप अपने Content में अपना USP Add करते हैं, अपना Common Theme & Colour चुनते हैं और अलग-अलग तरह के Posts के माध्यम से अपनी Knowledge को Share करते हो।

ये आपकी Brand Visibility, Brand Reach, and Online Presence को बढ़ाने में बहुत मदद करता है।

    1. Audience Interaction & Engagement को बढ़ाने में कारगर है
      किसी भी Business की सफलता के लिए Brand और उसके Customers के बीच एक अच्छी Engagement & Relationship होनी ज़रूरी है।

इससे आप हमेशा अपने Customers की पहली प्राथमिकता बन जाते हैं और वो आप पर Trust करने लगते हैं।

इस Relationship को बेहतर बनाने के लिए Social Media से अच्छा और कोई तरीका नहीं हो सकता।

आप अपने Clients के नाम से उनके साथ Interact कर सकते हैं, उनके Comments को Like कर सकते हैं, और उनकी Feedback को Appreciate कर सकते हैं।

इस तरह आप अपने Business के लिए अपनी Online Community बनाने में कामयाब हो जाते हैं।

    1. Lead Generation & Lead Conversion में मदद करती है
      यदि आपकी Reach बढ़ेगी तो शुरुआत में आपके Social Platforms पर हज़ारों-लाखों Visitors आएंगे।

लेकिन, सवाल ये है कि आप उनमें से अधिकतर Visitors को कैसे Retain (बनाए रखना) कर पाओगे?

इसका सीधा सा जवाब है – Fast & Quick Interaction के साथ Informational, Unique, and Out of The Box Content Create करके !

लोगोंं को जितनी अच्छी और Unique Quality का Content मिलेगा और साथ में उनके Query का Fast Response मिलेगा, उतना अधिक ही उनके Retain होने की संभावना बढ़ जाएगी।

और जब एक बार Leads Retain होने लगती है तो आपके पास सबसे अधिक मौका होता है उन्हें अपने Customers में कन्वर्ट करने का।

ये सभी चीज़ें आप अपने Optimized Social Media Channels के माध्यम से कर सकते हैं।

    1. आप अपने Business Website और Landing Page पर Free Traffic भेज सकते हैं
      Social Media Optimization केवल Content Create & Share करने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि आप अपनी Social Profiles में अपनी Website, Landing Page, YouTube Channel, इत्यादि का भी Link Share कर सकते हैं।

इससे आपको तीन तरह से फायदा होता है:

पहला आपके पास Organic या Free Traffic आ जाता है,

दूसरा, आप अपनी Website पर Listed Products को Directly Sell कर सकते हैं,

और तीसरा आपकी Site पर Traffic के आने से Google AdSense और Affiliate Marketing से अच्छी ख़ासी कमाई हो जाती है।

परन्तु, ये सभी चीज़ें केवल आपके Optimized Social Media Platforms के ज़रिये ही हो सकती है।

    1. आपकी Website की Ranking में काफी उपयोगी है
      Google एक Search Engine है जो कई Factors के आधार पर ये तय करता है कि किस Website को रैंक करना है और किस को नहीं।

लेकिन, यदि आपकी Website पर अधिक Clicks आ रहे हैं और अलग-अलग लोगोंं द्वारा किये जा रहे हैं, तो Google इसे भी एक Ranking Factor मानता है।

Google को लगता है कि Website बार-बार Open हो रही है, इसका मतलब है कि इसके Content में लोगोंं की रुचि है।

तो इस तरह, Google धीरे-धीरे आपकी Website को Search Results में ऊपर लेकर आने लगता है।

    1. Marketing Cost काफी कम हो जाती है
      एक Brand को और उसके Products & Services को लोगोंं के समक्ष ले जाने में बहुत पैसा खर्च करना पड़ता है।

Brands को Social Media Ads, Google Ads इत्यादि Run करने पड़ते हैं, तब जाकर वो कहीं लोगों की नज़रों में आते हैं।

लेकिन, SMO एक ऐसी Technique है जिसके माध्यम से आप Content की मदद से अपने आप को Popularise & Viral करते हैं।

इससे आप अपने Marketing & Promotion पर लगने वाले खर्चों को काफी हद तक कम कर लेते हैं।

SMO के बारे में विस्तार से जानने के लिए पढ़िए हमारा Blog – Social Media Optimization (SMO) क्यों ज़रूरी है?

Best Social Media Optimization Techniques
Social Media Optimization के लिए आपको विभिन्न Techniques का इस्तेमाल करना पड़ता है।

इन Techniques को Apply करने पर ही आप अच्छे Results की उम्मीद कर सकते हैं।

आइये इन Techniques के बारे में विस्तार से जानते हैं ।

    1. अपनी Profile or Bio पर काम कीजिये
      यदि आप Quality Content Produce करेंगे तो Visitors आपके Content को पढ़ कर आपके बारे में और अधिक जानना चाहेंगे। ऐसी Situation में आप अपनी Profile से समझौता नहीं कर सकते।

अपनी Profile Picture, Username, Bio इत्यादि आपको Update और Optimize करना पड़ता है।

Bio में आप अपने बारे में, अपने काम के बारे में, अपने Interest इत्यादि के बारे में बता सकते हो।

साथ ही आपको ये भी ध्यान रखना होगा कि आप अपनी हर किसी Social Profile पर एक जैसी Brand Tone का इस्तेमाल करें।

आपकी हर Social Profile पर Color Theme, Brand Mission & Vision, Contact Details इत्यादि Same (एक सा) होना चाहिए।

ये सभी छोटी-छोटी चीज़ें आपकी Social Media को Optimize करने के लिए ज़रूरी है।

    1. Catchy Headlines और Captions लिखिए
      क्या आप जानते हैं कि एक Catchy Headline & Excellent Caption आपके Link पर होने वाले Clicks की संख्या को बढ़ा देता है?

Catchy Headlines लिखने के लिए आपको अपनी Writing Skills पर थोड़ा काम करना पड़ता है और उसे थोड़ा और अधिक निखारना होता है।

लेकिन, अच्छी Headlines & Captions लिख देने भर से काम नहीं चलने वाला; आपका Content भी अच्छी Quality का होना चाहिए।

अन्यथा, आपके Posts पर केवल Clicks ही आते रहेंगे और Conversion & Retention Rate न के बराबर होगा।

    1. Content Post करने का सही समय जानिए
      क्या आपने कभी सोचा है कि क्यों कोई Social Media का एक Page केवल कुछ ही महीनों में Millions of Followers तक Gain कर लेता है?

इसमें Content Quality बहुत Matter करती है, लेकिन इसके साथ एक चीज़ और है जो बहुत मायने रखती है और वो है Right Content Frequency & Right Time for Content Posting!

आप जब अपनी Social Media Platforms की Analytics को सर्च करेंगे तो पाएंगे कि आपके Users की Engagement दिन के केवल कुछ ही घंटों में सबसे अधिक रहती है।

ऐसे में आप अपने Content को केवल उसी समय के भीतर Post कर सकते हैं और ज़्यादा से ज़्यादा Engament Gain कर सकते हैं।

    1. अपनी Content Posting Frequency Define कीजिए
      जिस तरह Content Posting का समय बहुत मायने रखता है उसी तरह Content Posting Frequency का भी अपना महत्व है।

इसके तहत आपको देखना होता है कि एक दिन में कितने Posts आपको अपने अलग-अलग Platforms पर Post करने हैं।

सही Frequency जानने के लिए आपको खुद ही कुछ Experiments करने होंगे और Engagement Rate, Likes, Comments, Clicks इत्यादि को देखना होगा।

कुछ हफ्ते Experiments करने के पश्चात आपको खुद ही Idea लग जायेगा कि Persona’s Behaviour कैसा है और आप जान पाएंगे कि किस Frequency Level पर आपको अधिक Positive Results मिल रहे हैं।

    1. Content को Repurpose & Reuse कीजिये
      Content Repurpose & Reuse से तात्पर्य होता है एक ही Content को अलग-अलग तरह से Reuse करना।

Hubspot के मुताबिक, 82% Marketers अपने Content को विभिन्न Social Media Channels पर Repurpose करते हैं।

उदाहरण – आप अपनी एक YouTube Video या Webinar को Blog Post में या Instagram के Carousel Post में कन्वर्ट कर सकते हैं।

आप क्योंकि बार-बार या हर दिन Same Quality & Posting Frequency Maintain नहीं कर सकते; आप अपने पहले से Published Content को विभिन्न Forms में Repurpose करके Traffic & Lead Generation कर सकते हैं।

    1. Shareable & Viral Content Produce कीजिये
      आपके Posts जितने देखने में अच्छे होंगे और जितनी अधिक वो Value Provide कर रहे होंगे, उतना ज़्यादा ही उनका Share Rate बढ़ने की सम्भावना होगी।

इसके लिए आपको Engaging Texts, Visuals, Tone, Color Theme का इस्तेमाल करना होगा।

साथ ही आप ये भी चाहेंगे कि आपका Content Viral हो और अधिक से अधिक लोगोंं तक पहुंचे।

Content को Viral करने के लिए सही Hashtags का उपयोग ज़रूरी है।

इन सभी Techniques की मदद से आप अपने Social Media Platforms को Optimize कर पाएंगे और अपनी Brand की Reach बढ़ा पाएंगे।

Social Media Marketing Strategies के बारे में जानने के लिए पढ़िए हमारा Blog – 2024 में SMO Strategies के लिए Ultimate Guide!

Social Media Marketing के अलावा एक और Marketing Strategy होती है जो Social Profiles की बजाय Search Engine पर अधिक फोकस करती है।

इस Strategy का नाम है – Search Engine Marketing !

आइये इस Digital Marketing Strategy को अच्छे से समझते हैं (Search Engine Marketing In Hindi) और जानने की कोशिश करते हैं कि क्यों ये Business के लिए ज़रूरी है।(SEM Importance for Business)

यदि आप Live Classes के माध्यम से इस Strategy को सीखना चाहते हैं तो जुड़िये मेरे साथ और सीखिए Digital Marketing In Hindi (Learn Digital Marketing In Hindi)

Inorganic Ways to Boost Traffic and Make Money
जैसा कि हमने Traffic Generation के Organic Ways का ज़िक्र किया, ठीक उसी तरह कुछ Inroganic Ways या Paid Strategies भी होती है।

Inorganic Ways में मुख्यतः शामिल है – Search Engine Marketing (SEM) and Social Media Marketing (SMM)

आइये इन दोनों Strategies को एक-एक करके समझते हैं।

What is Search Engine Marketing – Search Engine Marketing in Hindi
Search Engine Marketing एक ऐसी Technique होती है जो किसी Website को Search Engines Results में Rank करने में मदद करती है।

ये एक Paid Strategy है जिसके तहत आपको Website को रैंक कराने के लिए Ads Run करने पड़ते हैं।

Website Rank होने से Search Engine आपकी Website पर Relevant Traffic भेजता है जिन्हें आप अपने हिसाब से Convert कर सकते हैं।

लेकिन, क्या आपने कभी सोचा है कि Search Engine Marketing कैसे काम करती है?

आइये इस ब्लॉग में हम आपको बताते हैं कि ये कैसे काम करती है।

इसके साथ ही हम इसके फायदों का भी ज़िक्र करेंगे (SEM Benefits) और समझेंगे कि कैसे SEM को Implement करने से आपका बिज़नेस Grow कर सकता है। (How to Grow Your Business Using SEM)

SEM in Hindi
How Does Search Engine Marketing Work?
Search Engine Marketing Technique के तहत आप अपने Ads Run करने लिए Google और Bing जैसे Search Engines को पैसा देते हैं ।

यदि इसे और गहराई से समझें तो हम कह सकते हैं कि आप अपने Link पर आने वाले Clicks के बदले Per Click के हिसाब से Search Engine को पैसा देते हो।

Per Click के बदले पैसा कितना देना है, ये आप पर निर्भर करता है, जिसके लिए आप उस Keyword का Competition, Volume इत्यादि देखते हो।

लेकिन, Search Engine Marketing की कहानी सबसे पहले शुरू होती है आपकी रिसर्च से।

आपको निम्न चीज़ो की रिसर्च करनी पड़ती है:

Right Keyword जो Audience द्वारा उनकी Query में इस्तेमाल किया जा रहा है
Target Users की Geographical Location, Age, Gender, etc.
Ad में Display करने के लिए सही Text Ad का चयन
Ad पर Clicks के बाद की Price Bid

उदाहरण : यदि आप अपनी Website पर Shoes बेचते हैं तो आपको Best Shoes Under 5000, Best Nike Shoes for Running, Floatters for Girls Under 2000 जैसे Long Tail Keywords का उपयोग करना होगा।

इसके अलावा आप अपने Target Audience की Geographical Location, Age, Gender, Device They Use के आधार पर अपने Ad को Plan कर सकते हैं।

एक बार ये सभी चीज़ें Decide करने के बाद आपको अपने लिए Text Ads, Google Shopping Ads, Local Service Ads, Responsive Ads में Ad का चयन करना पड़ता है।

Generally, Text Ad का इस्तेमाल अधिक किया जाता है।

Text Ad में आपकी Ad की Headline, Ad Body, and Website link को शामिल किया जाता है।

अब, ये Ads आपकी Price Bid और Search Engine के हिसाब से First Page या अन्य किसी Page पर दिख सकते हैं।

अपने Ads को First Page पर Show करने के लिए आपकी Price Bid अच्छी होनी चाहिए, Keyword Selection सही होना चाहिए, या यूँ कहें कि आपकी Research सही होनी चाहिए।

तो इस तरह इन सभी बातों को मद्देनज़र रखते हुए आप अपने Ads को Place करते हैं और अपनी Website या Landing Page पर Traffic लेकर आते हो।

यह भी पढ़ें : सर्च इंजन मार्केटिंग – Business बढ़ाने की नई रणनीति!

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